उज्जैन: सावन मास का पांचवा सोमवार होने के कारण महाकाल दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे। शाम को बाबा महाकाल की भव्य सवारी निकाली गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव भी इस शाही सवारी में शामिल हुए। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी थे।
कुल निकलती हैं सात सवारी
परंपरा के अनुसार, सावन के प्रत्येक सोमवार को बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस बार बाबा महाकाल की सावन-भादो मास में कुल सात सवारियां निकाली जाएंगी, जिनमें से सोमवार को पांचवीं सवारी निकली। इसके बाद भादो मास में छठी सवारी 26 अगस्त और आखिरी और शाही सवारी 2 सितंबर को निकाली जाएगी।
महाकाल पर नहीं पड़ता भद्रा का प्रभाव
आज सुबह 4:00 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती का विशेष आयोजन किया गया। इस अवसर पर भक्तों ने बाबा महाकाल को राखी अर्पित की, जो इस अनूठे धार्मिक आयोजन का प्रमुख हिस्सा रहा। महाकाल को ‘कालों का काल’ कहा जाता है, इसलिए भद्रा का प्रभाव उन पर नहीं पड़ता। यही कारण है कि भक्तजन महाकाल को राखी अर्पित कर सकते हैं।
सवा लाख लड्डुओं का लगा भोग
भक्तों ने बाबा को राखी अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस शाही सवारी के दौरान मंदिर के पंडितों और पुजारी परिवार ने भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग अर्पित किया। इस भव्य आयोजन ने श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और भक्ति का संचार किया।